06 June 2011

ममता किरण की हाइकु कविताएँ

साथ तुम्हारा
जि़न्दगी की धूप में
शीतल छाया ।


तुमसे दूर
यादों में लिपटी मैं
साथ तुम्हारे ।


काली कमाई
चढ़ा दिया प्रसाद
हुए निश्चिन्त ।


खुश है झूठ
लटकी तलवार
सच के गले ।


टँके सितारे
सज गई संध्या की
नीली चूनर ।


-ममता किरण
304,  लक्ष्मीबाई नगर
नयी दिल्ली- 110023

3 comments:

त्रिलोक सिंह ठकुरेला said...

Mamta Kiran ji
Aapke haiku man ko chhoo gaye.
Badhai.
TRILOK SINGH THAKURELA
trilokthakurela@yahoo.com

sushila said...

बहुत सुंदर हाइकु लिखे हैं ममता जी ।


टँके सितारे
सज गई संध्या की
नीली चूनर ।

इसके मोहक बिंब के लिए तो बस वाह ! और क्या ?

sushila said...

बहुत सुंदर हाइकु लिखे हैं ममता जी ।


टँके सितारे
सज गई संध्या की
नीली चूनर ।

इसके मोहक बिंब के लिए तो बस वाह ! और क्या ?