प्रो० सुरेश कुमार
ए - 45, वेलकम अपार्टमेंट्स
सेक्टर - 9
रोहिणी
दिल्ली- 110085
वर्षा की बूंदें
पौधों के पत्तों पर
चमकें मोती
धवल मेघ
नीले आसमान पर
रुई के फाहे
जीना सार्थक
तभी जब पता हो
अर्थ जीने का
महानगर में
रेंगते चींटियों से
लघु मानव
हर इंसान
अपने में अकेला
हलकी लौ-सा
- सुरेश कुमार
ए - 45, वेलकम अपार्टमेंट्स
सेक्टर - 9
रोहिणी
दिल्ली- 110085
वर्षा की बूंदें
पौधों के पत्तों पर
चमकें मोती
धवल मेघ
नीले आसमान पर
रुई के फाहे
जीना सार्थक
तभी जब पता हो
अर्थ जीने का
महानगर में
रेंगते चींटियों से
लघु मानव
हर इंसान
अपने में अकेला
हलकी लौ-सा
- सुरेश कुमार
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